"अब कौन सा नया मोड़ लेगी"
जिंदगी के तूफान की लहरे अब कहा जाकर थमेगी
है मुसाफिर अब तू ही बता ये जिंदगी अब कौन सा नया मोड़ लेगी ।
खड़कती बिजली की तेज अब कहा जाकर गिरेगी
है बादल तू ही बता जिंदगी अब कौन सा नया मोड़ लेगी ।
आग से निकली चिंगारी अब कहा जाकर रुकेगी
है वायुसखा तू ही बता जिंदगी अब कौन सा नया मोड़ लेगी ।
हवा के साथ आया बवंडर अब कहा जाकर रुकेगा
है चक्रवात तू ही बता जिंदगी अब कौन सा नया मोड़ लेगी ।
मुसीबतों की आंधी अब कहा जाकर रुकेगी
है किस्मत तू ही बता जिंदगी अब कौन सा नया मोड़ लेगी ।।
-हिमानी सराफ
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